अब इतिहास बनाना है.........
बीती रीती बातों को, कटती चुभती बातों को
बिसराकर आगे बढ़ जाना है;
इस नये जन्म दिवस पर हमको, शालीन संदेश जगाना है
इक नये मुक़ाम को पाने को, अब इतिहास बनाना है।
उत्साह न अब बिखरने पाये, राहें भी अब न भटकने पायें
छेड़े वो संगीत नया, यूँ मिलकर हम गुनगुनायेंगे
रुकना नहीं है अब हमको, वो लक्ष्य ही हमको पाना है
इक नये मुक़ाम को पाने को, अब इतिहास बनाना है।
जो समझें हमको खोटे सिक्के, जो समझें हमको रीते बीते
जब चमकेंगे हम हीरों के मानिंद, वो भी अचरज कर जायेंगे
करके पूरी मेहनत हमको, बस ऐसा नाम कमाना है
इक नये मुक़ाम को पाने को, अब इतिहास बनाना है।
मेहनतकश का वो स्पंदन, आज अभी भी बाकी है
कण कण फिर से जुड़ने को, हर साज अभी भी बाकी है
छेड़ें फिर संगीत नया, हम बस गाते जायेंगे
इस नये जन्म दिवस पर हमको, शालीन संदेश जगाना है
इक नये मुक़ाम को पाने को, अब इतिहास बनाना है।