Showing posts with label जनक की फुलवारी. Show all posts
Showing posts with label जनक की फुलवारी. Show all posts

Sunday, 20 December 2015

मेरी बेटी, प्यारी बेटी

मेरी बेटी, प्यारी बेटी
 
बाबुल की आन और शान है बेटी ,
इस धरा पर मालिक का वरदान
ही बेटी ,
जीवन यदि संगीत है, तो सरगम है बेटी ,
रिश्तो के कानन में भटके इन्सान
की मधुबन सी मुस्कान है बेटी,
जनक की फूलवारी में कभी प्रीत
की क्यारी में ,
रंग और सुगंध का महका गुलबाग
है  बेटी ,
त्याग और स्नेह की सूरत है ,
दया और रिश्तो की मूरत है बेटी ,
कण – कण है कोमल सुंदर, अति-अनूप है बेटी ,
ह्रदय की लकीरो का सच्चा
रूप है बेटी ,
अनुनय , विनय, अनुराग और आकाश है बेटी ,
इस वसुधा की रीत और प्रीत का राग है बेटी ,
माता – पिता के मन का
वंदन है बेटी ,
भाई के ललाट का चंदन
है बेटी ।


बॉडी मसाज ऑइल-कुछ अनुभूत प्रयोग- १

  जिंदगी में रिसर्च एक मौलिक तत्व है, जो होना चाहिए, दिखना चाहिए ,उसका इस्तेमाल अपनी जिंदगी के उत्तरोत्तर सुधार के लिए किया जाना चाहिए। मैंन...